Tag: Rajasthan Assembly Elections 2023

  • राजस्थान में बना 25 साल का रिकॉर्ड, विधानसभा चुनाव 2023 पांच राज्यों में किस पार्टी को कितनी सीट

    राजस्थान में बना 25 साल का रिकॉर्ड, विधानसभा चुनाव 2023 पांच राज्यों में किस पार्टी को कितनी सीट

    election results 2023: राजस्थान की जनता ने पिछले 25 सालों से हर 5 साल बाद सरकार बदलने का एक रिकॉर्ड बना दिया। अभी 2018 से 2023 के बीच में कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस ने इस रिवाज को तोड़कर वापस सत्ता में आने का पूरा दमखम लगाया, लेकिन राजस्थान की जनता ने इनका साथ नहीं दिया।

    election results 2023

    अभी हाल ही में 3 दिसंबर 2023 को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और तेलंगाना के नतीजे जारी हो चुके हैं। और मिजोरम के नतीजे 4 दिसंबर को जारी हो गये है।

    तीन राज्य में बीजेपी ने मोदी जी के नेतृत्व में विकास के नाम पर चुनाव लड़ा और जनता ने उनका भरपूर सहयोग दिया तीनों राज्य में बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत हासिल कर लिया है और एक राज्य तेलंगाना में कांग्रेस ने बाजी मारी है। और मिजोरम में ZPM पार्टी को बहुमत हासिल हुआ है

    राजस्थान में 25 साल का रिकॉर्ड

    राजस्थान की जनता ने 1 दिसंबर 1998 से लेकर 3 दिसंबर 2023 तक कभी भी लगातार एक पार्टी को राज्य की कुर्सी पर कायम नहीं रहने दिया। राजस्थान की जनता ने 1998 से अब तक बीजेपी और कांग्रेस को बारी-बारी से सत्ता की चाबी दी है।

    अशोक गहलोत (कांग्रेस पार्टी) 1 दिसंबर 1998

    वसुंधरा राजे सिंधिया (बीजेपी) 8 दिसंबर 2003

    अशोक गहलोत (कांग्रेस) 12 दिसंबर 2008

    वसुंधरा राजे सिंधिया (बीजेपी) 13 दिसंबर 2013

    अशोक गहलोत (कांग्रेस) 17 दिसंबर 2018

    भारतीय जनता पार्टी………..3 दिसंबर 2023

    5 राज्यों में किस पार्टी को मिली कितनी सीट

    राजस्थान

    राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं। एक सीट करणपुर विधानसभा क्षेत्र से एक प्रत्याशी के निधन होने पर वहां पर वोटिंग नहीं हो सकी। 199 सीटों पर वोटिंग हुई। प्रदेश की जनता ने एक बार फिर भाजपा को सरकार बनाने का मौका दिया है। इस बार भी राजस्थान में परंपरा को कायम रखते हुए जनता ने भारतीय जनता पार्टी को जिताया है पिछले 5 सालों से राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे श्रीमान अशोक गहलोत जी ने अपनी हार स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफा सौंप दिया है।

    पार्टी               सीट

    BJP.               115

    CONGRESS    69

    IND.                8

    BHRTADVSIP  3

    BSP.               2

    मध्य प्रदेश

     

    election results 2023

    मध्य प्रदेश में भी बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की है । कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। मध्य प्रदेश की जनता ने माननीय शिवराज सिंह को फिर से गले लगा लिया। भारतीय जनता पार्टी के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले मामा के नाम से मशहूर शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर विधानसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत के नायक बने हैं। राज्य में पार्टी को दो तिहाई बहुमत मिला है। 230 में से बीजेपी ने 163 सीटें जीती है। वहीं कांग्रेस को 66 सीटें मिली है

    पार्टी                  सीट

    BJP.                  163

    CONGRESS.      66

    BHRTADVSIP.    1

    छत्तीसगढ़

    छत्तीसगढ़ में भी भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया है। पार्टी ने राज्य विधानसभा की 90 सीटों में से 54 सीटें जीती है जबकि सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को 35 सीटें मिली है। जो पिछले चुनाव में मिली 68 सीटों से बहुत दूर है। इससे पहले मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया है।

     

    BJP.               54

    CONGRESS.    35

    GGP.               1

    तेलंगाना में कांग्रेस ने मारी बाजी

    तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 का रिजल्ट आ गया है, राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है पार्टी ने 119 सीटों में से 64 सीटें अपने नाम की है। और सरकार बनाने के लिए 60 के जादुई आंकड़े को पार कर गई। राज्य में के चंद्रशेखर राव की पार्टी को 39 सीट मिली है और इस बार चंद्रशेखर राव की हेट्रिक का सपना टूट गया।

    CONGRESS.        64

    BHRS.                 39

    BJP.                    8

    AIMIM.              7

    CPI.                    1

    मिजोरम में ZPM

    मिजोरम विधानसभा चुनाव के परिणाम 4 दिसंबर 2023 को जारी हुए हैं लाल दोहोमा के नेतृत्व वाली ज्वाराम पीपुल्स मूवमेंट शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य में सरकार बनाने जा रही है पार्टी ने 40 में से 27 सीटों पर कब्जा किया है

    पार्टी            सीट

    ZPM.           27

    MNF.          10

    BJP.             2

    INC.           1

    आम आदमी पार्टी का नहीं खुला खाता

    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी की आम आदमी पार्टी तीनों राज्य के चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरी थी, लेकिन पार्टी को मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान में एक भी सीट नहीं मिली है। विधानसभा चुनाव रिजल्ट पर आप पार्टी ने कहा कि वह जनादेश को स्वीकार करती है और उसने तीन राज्यों में जीत के लिए बीजेपी को बधाई दी पार्टी ने कहा हमें पूरी उम्मीद है कि भाजपा अपने वादे पर खरा उतरेगी।

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  • Rajasthan Assembly Elections 2023: EVM में कैद हुई उम्मीदवारों की किस्मत

    Rajasthan Assembly Elections 2023: EVM में कैद हुई उम्मीदवारों की किस्मत

    Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को शाम 6:00 बजते ही मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो गई थी। अब सभी प्रत्याशी 3 दिसंबर का इंतजार कर रहे है। राजस्थान में शनिवार 25 नवंबर को 199 सीटों में मतदान हुआ है। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो गई है। अब सभी प्रत्याशी 3 दिसंबर का इंतजार कर रहे हैं।

    Rajasthan Assembly Elections 2023:

    राजस्थान में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को सील और सुरक्षित करना शुरू कर दिया है। राज्य के विभिन्न मतदान केंद्रों से ऐसी तस्वीरें और वीडियो आनी शुरू हो गई है जहां मतदान कर्मी EVM पर सील लगा रहे हैं।

    Rajasthan Polling Percentage:

    राजस्थान में 200 सीट हैं, लेकिन एक सीट पर प्रत्याशी की मौत के कारण यह मतदान स्थगित कर दिया गया। यह श्रीगंगानगर की करणपुर सीट है। राजस्थान में 199 सीटों पर शनिवार को सुबह 7:00 बजे मतदान शुरू हुआ। सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। शाम 5:00 बजे तक 68% से अधिक मतदान हुआ, शाम 6:00 बजे तक 68.24% तक मतदाताओं ने वोट डाला। अधिकारियों का मानना है की कुल मिलाकर यह आंकड़ा 69 % से अधिक रहेगा।

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    EVM की सुरक्षा को लेकर उठाए गए सवाल

    राजस्थान के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो गई है। चुनाव के बाद EVM को तीन लेयर सुरक्षा में स्ट्रांग रूम में रखा गया है। मगर कुछ राजनीतिक दलों को प्रशासन पर भरोसा नहीं है। यही वजह है कि प्रत्याशियों के समर्थकों ने स्ट्रांग रूम के बाहर डेरा डाल लिया है।

    टीवी स्क्रीन पर EVM की निगाहबनी कर रहे हैं। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए पत्रिका ने ईवीएम मशीन को तैयार करने वाली टीम के सदस्य प्रोफेसर डॉक्टर रजत मुन्ना से विशेष बातचीत की। डॉक्टर रजत मुन्ना सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ कंप्यूटिंग के महानिदेशक रह चुके हैं। वह आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर रहे। वर्तमान में भी आईआईटी गांधीनगर के डायरेक्टर का पद संभाल रहे हैं।

    क्या EVM में छेड़छाड़ संभव है?

    राजनीतिक पार्टियां चुनाव के बाद EVM को लेकर हर बार सुरक्षा से जुड़े सवाल उठाती है, तो आपको बता दे कि ईवीएम में छेड़छाड़ करना बिल्कुल भी संभव नहीं है। न तो इसमें इंटरनेट है और ना ही इसे किसी भी तरह से मॉडिफाई किया जा सकता है।

    ईवीएम से वोट की शुरुआत के बाद से अब तक करीबन 400 करोड़ वोट दिए जा चुके हैं, लेकिन आज तक इसकी सुरक्षा में सेंध को लेकर हर दावे खारिज हुए हैं। खुद सुप्रीम कोर्ट ने इसे सेटिस्फाई किया है। वैसे भी अगर, ईवीएम में छेड़छाड़ का कोई भी विकल्प होता है तो अब तक कर चुका होता। ईवीएम को लेकर ओपन चैलेंज दिया गया था, लेकिन इसमें कोई बदलाव नहीं कर पाया।

    क्या ईवीएम मशीन को हैक किया जा सकता है

     Rajasthan Assembly Elections 2023

    नहीं, ईवीएम मशीन को बिल्कुल भी हैक नहीं किया जा सकता। यहां तक की इसको तैयार करते वक्त ऐसा सिस्टम तय किया गया है जिससे इसके सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में भी बदलाव संभव नहीं है। evm  में वायरलेस के लिए डाटा के लिए कोई फ्रीक्वेंसी रिसीवर डिकोडर या किसी अन्य गैर एवं एसेसरी या डिवाइस के कनेक्शन के लिए कोई बाहरी हार्डवेयर पोर्ट नहीं है। इसलिए हार्डवेयर पोर्ट या वायरलेस वाई-फाई या ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है। 

    क्या निर्माताओं द्वारा EVM में हेरफेर किया जा सकता है?

    नहीं, निर्माता के द्वारा evm में कोई भी हेरफेर नहीं किया जा सकता। evm सॉफ्टवेयर की सुरक्षा को लेकर निर्माता स्तर पर बहुत कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल होते हैं। evm को राज्य में और राज्य के भीतर जिले से मतदान केन्द्रो में भेजा जाता है। इसे तैयार करने वाले भी यह जानने की स्थिति में नहीं होते की कौन सा उम्मीदवार किस विशेष निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेगा और मशीन में उम्मीदवारों का क्रम क्या होगा।

    EVM का निर्माण कहां होता है और कौन करता है?

    evm पूरी तरह से स्वदेशी है। इसे सार्वजनिक उपक्रमों में तैयार किया जाता है। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बेंगलुरु और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद। सॉफ्टवेयर प्रोग्राम कोड इन दोनों कंपनियों द्वारा इन हाउस में लिखा जाता है, आउटसोर्स नहीं किया जाता है। 

    निष्कर्ष

    इस आर्टिकल में आपको बताया गया है कि 25 नवंबर को वोट संपन्न होने के बाद राजस्थान के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो गई है। इसके साथ ही इसमें आपको बताया गया है कि ईवीएम मशीन में कोई भी किसी भी प्रकार की हेरफेर नहीं कर सकता है और न ही कोई evm मशीन को हैक कर सकता है। 

    FAQ 

    Q. EVM मशीन का पूरा नाम क्या है?

    एवं मशीन का पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन है .ईवीएम मशीन को दो यूनिटों से तैयार किया गया है कंट्रोल यूनिट और बैलट यूनिट

    Q. ईवीएम मशीन का आविष्कार कब हुआ?

    भारतीय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का आविष्कार साल 1989 में हुआ था। इसे भारत के चुनाव आयोग ने विकसित किया था। 

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