TCS NEWS: टाटा ग्रुप की कंपनी और देश की सबसे बड़ी IT कंपनी टीसीएस ने शेयर बायबैक पर बड़ा अपडेट जारी किया है। कंपनी ने शेयर बायबैक की तारीख 1 दिसंबर फिक्स कर दी है । बाजार को दी जानकारी के अनुसार कंपनी का शेयर 4150 रुपए प्रति शेयर प्राइस फिक्स किया गया है। हालांकि मंगलवार को BSE पर शेयर 3470.95 रुपए के भाव पर ट्रेड कर रहा है।
शेयरहोल्डर्स को मिलेगा बाय बैक का फायदा
TCS कंपनी ने बायबैक कार्यक्रम की तारीख है निर्धारित की है जो 1 दिसंबर को खुलेगी और 7 दिसंबर को बंद होगी निवेशकों के पास अपने शेयर कंपनी को 4150 रुपए प्रति शेयर की दर पर जमा करने का विकल्प है।
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— Pankaj Ladha (@pankajladha_) November 21, 2023
बाजार को दी जानकारी के अनुसार कंपनी ने बताया कि शेयर बायबैक 1 दिसंबर से शुरू होगा और 7 दिसंबर को बंद हो जाएगा। बता दें की कंपनी 17000 करोड रुपए का शेयर बायबैक करेगी। इसके लिए 25 नवंबर 2023 रिकॉर्ड डेट था। टाटा ग्रुप की कंपनी 4.09 करोड़ शेयरों को बायबैक करेगी। टीसीएस कल 1. 12 परसेंट एक्टिविटी का बायबैक कर रही है। बाय बैक के लिए टेंडर रूट को अपनाया जाएगा।
कंपनी का मानना है कि बायबैक से कंपनी के लाभप्रदता या कमाई पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। शिवाय निवेश के लिए उपलब्ध राशि में कमी के, रिकॉर्ड डेट जो 25 नवंबर 2023 थी पर रखे गए प्रत्येक 6 शेयरों के लिए एक शेयर पर बायबैक का अनुपात तय करने के लिए खुदरा पात्रता 17 परसेंट तय की गई है। यह पांचवीं बार है जब टीसीएस शेयर बाय बैक कार्यक्रम आयोजित करेगी पिछले चार बाय बैक भी टेंडर आफ रूट के जरिए किए गए थे।टेंडर आफ बायबैक वह है जहां कंपनी मौजूद शेयर शेयरधारकों से एक निश्चित मूल्य पर शेयर पुनर्खरीद करती है।
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शेयर प्राइस पर बायबैक का प्रभाव
बायबैक से कंपनी के शेयरों की मांग बढ़ जाती है। परिणाम स्वरुप खुले बाजार में बायबैक सुचालित रूप से इसके शेयर मूल्य को बढ़ाता है भले ही अस्थाई रूप से हो। और कंपनी को प्रति शेयर आय (EPS )लक्ष्य तक पहुंचने में सक्षम करता है।
बायबैक से शेयर की कीमत बढ़ जाती है। स्टॉक आपूर्ति और मांग के आधार पर व्यापार करते हैं। और बकाया शेयरों की संख्या में कमी अक्सर कीमत में वृद्धि का कारण बन जाती है। इसलिए एक कंपनी शेयर पुनर्खरीद के माध्यम से आपूर्ति पैदा करके अपने शेयर मूल्य को बढ़ा सकती है।
कंपनी के पोर्टफोलियो को ऊपर उठाना
शेयर बायबैक से कंपनी की प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है इससे कंपनी के लिए विस्तार शुद्ध आय में वृद्धि और निवेश क्षमता में वृद्धि से लेकर कई रास्ते खुल सकते हैं।
TCS News: शेयर बायबैक क्या है
शेयर बायबैक तब होता है जब कोई कंपनी बाजार से अपना स्टॉक खरीदने के लिए नकदी का उपयोग करती है इसे शेयर पुनर्खरीद के रूप में भी जाना जाता है। कंपनी एक निश्चित मूल्य पर शेयर धारकों से शेयर वापस खरीदती है।
शेयर बायबैक से शेयर होल्डर को क्या फायदा होता है
एक स्थिर प्रति शेयर आय (EPS) शेयर धारकों के लिए कंपनी की आय और विकास क्षमता को दर्शाता है। क्योंकि शेयर बाय बैक से eps काफी बढ़ जाती है इससे शेयर धारकों को शेयर बाजार में मजबूत स्थिति मिलती है और बदले हुए मूल्य निर्धारण से लाभ मिलता है बायबैक या पुनर्खरीद का उद्देश्य कंपनी के शेयर मूल्य को बढ़ाना है इसका लाभ शेयर होल्डर्स को अप्रत्यक्ष रूप से मिलता है शेयरों की संख्या को प्रचलन से हटाने पर शेष शेयरों का मूल्य बढ़ जाएगा।
शेयर बायबैक के नुकसान
अगर कंपनी बायबैक अपने मूल्य को बढ़ावा देने की इच्छा से प्रेरित है तो निवेशकों को सावधानी से काम करना चाहिए। उदाहरण के लिए एक कंपनी जो तेजी से प्रति शेयर आय वृद्धि दिखाने के लिए बायबैक का फायदा उठाती है। वहां निवेश थोड़ा सोच समझ कर करना चाहिए।
निष्कर्ष
टाटा ग्रुप के आईटी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) ने मंगलवार को शेयर बायबैक देने का ऐलान किया है।
FAQ
Q. TCS बायबैक 2023 कब शुरू होगा?
Ans. टाटा ग्रुप के आईटी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) ने शेयर बायबैक देने का ऐलान किया है। कंपनी का शेयर बायबैक 1 दिसंबर को खुलेगा और 7 दिसंबर को बंद होगा।
Q. TCS कितने शेयर बायबैक करेगी?
Ans. टाटा ग्रुप के आईटी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी टीसीएस 17000 करोड़ के शेयर बायबैक करेगी।