Holding Stocks: जी हां दोस्तों हम आज आपको एक ऐसा टिप्स देने जा रहे हैं जिसमें हम अपने होल्डिंग्स किए हुए शेयर से एक्स्ट्रा कमाई भी कर सकते हैं।
होल्डिंग में रखें शेयरों से कैसे करें एक्स्ट्रा कमाई
जैसे होल्डिंग में अपने शेयर रखे हुए हैं उनकी कीमत रोज ऊपर नीचे ऊपर नीचे चलती है मान लो हमारे होल्डिंग के शेयर आज ₹1000 प्रॉफिट में चले रहें हैं तो हम उन्हें वहां पर उतने ही शेयर इंट्राडे में सेल कर देते हैं तो एक तरह से हमारा हजार रुपए प्रॉफिट बुक हो जाता है वहीं पर अगर शेयर वहां से जिस कीमत पर हमने सेल किए हैं उस किमत तक होल्डिंग में रखे शेयर में हमारा हजार रुपए प्रॉफिट बुक है वहां से और ऊपर जाते हैं तो जितना लॉस हमें इंट्राडे में होगा उतना ही प्रॉफिट हमारा होल्डिंग में बढ़ता जाएगा।
अगर शाम होते-होते इंट्राडे में हमें लॉस ही दिखाता रहेगा तो हम होल्डिंग शेयर को इंट्राडे में कन्वर्ट करके होल्डिंग में रखे हुए शेयर हजार रुपए प्रॉफिट के साथ निकाल लेंगे। और अगर वह शेयर वापस निचे आते हैं तो इंट्राडे में जो भी हमें मुनाफा होगा वह हम निकाल लेंगे और होल्डिंग में पड़े शेयर अगले टाइम के लिए छोड़ देंगे। होल्डिंग के शेयर हमें एक दिन में ही एकदम से ऊपर जाते हुए प्रॉफिट दिखाते हैं. हम सोचते रहते हैं कि अभी बेच दें या पड़ा रहने दे कुछ समय बाद वह वापस निचे आ जाते हैं तो दिमाग में आता है शायद बेच देते तो ठीक रहता।
ग्लोबल मार्केट के अनुसार या किसी भी कारणवश मार्केट डाउन जाने का चांस बनता है या हमारे होल्डिंग में रखे हुए शेयरों के गिरने का चांस बनता है तो उसमें जितना भी प्रॉफिट या लॉस हमें होल्डिंग में चल रहे शेयर में होता है वह प्रॉफिट या लास वही बुक हो जाता है अगर हम उसी कीमत पर इंट्राडे में उतने ही शेयर सेल कर देते हैं। उसके बाद शेयर की कीमत जितनी मर्जी नीचे गिर जाए हमें इंट्राडे में उतना ही प्रॉफिट हो जाएगा हम वह प्रॉफिट निकाल लेंगे शेयर को होल्डिंग में वैसे ही छोड़ देंगे।
Holding Stocks का लॉस या प्रॉफिट कैसे करें बुक
कई बार ऐसा होता है कि हमारे होल्डिंग में रखे हुए शेयरों की कीमत लगातार नीचे गिरती जाती है उसमें हमारा जो प्रॉफिट होता है वह कम होता जाता है या वह चल रहे नुकसान से और ज्यादा नुकसान में चले जाते हैं तो ऐसे में हम उन्हें इंट्राडे में सैल करके एक्स्ट्रा प्रॉफिट निकाल सकते हैं।
ऐसे में यह बात हमें समझ लेना बहुत जरूरी है की होल्डिंग में रखे हुए शेयर चाहे वह प्रॉफिट में चल रहे हैं चाहे वह घाटे में चल रहे हैं जिस कीमत पर हम इंट्राडे में सेल करेंगे वह लॉस या प्रॉफिट वही बुक हो जाता है अगर हमने लॉस में बुक किए हैं तो वहां से अगर शेयरों की कीमत ऊपर चली जाएगी तो वह होल्डिंग में रखे हुए शेयरों का वही लास बुक करना पड़ेगा। अगर वहां से और ज्यादा नीचे आ गए तो हम इंट्राडे में प्रॉफिट निकाल सकते हैं होल्डिंग में जो ज्यादा लॉस हुआ है उसे भविष्य में कवर करने के लिए छोड़ सकते हैं।
इस तरीके से हम होल्डिंग में रखे हुए शेयरों के लगातार ऊपर नीचे जाने का फायदा उठा सकते हैं और सुरक्षित तरीके से इंट्राडे में सेल ट्रेडिंग कर सकते हैं।
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क्या शेयर मार्केट से पैसा कमा सकते हैं?
दोस्तों हमने म्युचुअल फंड और डिलीवरी शेयर मतलब जो होल्डिंग में रखे जाते हैं उनके बारे में आपको बताया इसके बाद आता है इंट्राडे ट्रेडिंग .
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इंट्राडे ट्रेडिंग का यहां लिंक दिया गया है यहां पर आप इसके बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में सुरक्षित लाभ कमाने के लिए आप इंट्राडे में सिर्फ उतने ही शेयर खरीदे जितने अपने नुकसान होने पर होल्डिंग में रख सकते हैं मतलब जो भी इंट्राडे में आपने शेयर खरीदे हैं अगर शाम होते-होते वह प्रॉफिट में ना आए और नुकसान में चले जाएं तो आप उन्हें डिलीवरी में कन्वर्ट करके होल्डिंग में रख सकते हैं और आगे जब भी वह कभी प्रॉफिट में आए तो उन्हें निकाल कर इंट्राडे में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं।
अगर आप इंट्राडे में कोई भी शेयर सेल करना चाहते हैं तो आप वही शेयर सेल करें और उतने ही सेल करें जितने आपके पास होल्डिंग में रखे हुए हो इससे अगर शेयर की कीमत नीचे आती है तो आपको प्रॉफिट होगा ही लेकिन अगर उन शेयर्स की कीमत ऊपर चली जाती है तो आपको इंट्राडे में नुकसान होगा और उस नुकसान से बचने के लिए आप होल्डिंग में रखे हुए शेयर इंट्राडे में कन्वर्ट करके उस नुकसान से बच सकते हैं।
आपको कैसे पता चलेगा कि शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगी
किसी भी शेयर की कीमत का अंदाजा लगाने के लिए हमें पहले उसे कंपनी की पुख्ता जानकारी लेनी होगी की कंपनी का मार्केट कैप कितना है, कंपनी घाटे में चल रही है या मुनाफे में चल रही है, या कई बार मुनाफे में चलती हुई अपने नतीजे में नुकसान दर्ज करती है या घाटे में चल रही कंपनी एकदम से मुनाफे में आ जाती है या उन पर किसी भी तरह का कोई धोखाधड़ी या बेईमानी का केस दर्ज हो जाता है या उन्हें किसी तरह का कोई बड़ा नया ऑर्डर मिलता है। भारत सरकार वित्त मंत्रालय किसी कंपनी पर कोई टैक्स बढ़ा दे या किसी कंपनी को कोई एक्स्ट्रा छूट दे दे ।
जो न्यूज़ कंपनी के फायदे में होगी उस कंपनी के शेयरों की कीमत बढ़ेगी और जो न्यूज़ कंपनी के फायदे में नहीं होगी उस कंपनी के शेयर्स की कीमत नीचे गिर जाएगी। कई बार सोशल मीडिया पर झूठी अफवाहों के कारण भी कंपनी के शेयर में गिरावट या तेजी आ जाती है।
कई बार ग्लोबल मार्केट यानी विश्व के शेयर मार्केट अगर तेजी की ओर है तो भारत की शेयर मार्केट भी तेजी दिखाती है और शेयर्स की कीमत बढ़ती है चाहे वह कंपनी घाटे में चल रही हो तो भी उनकी कीमत कई बार बढ़ जाती है और ग्लोबल मार्केट में अगर मंदी का दौर है तो भारत के शेयर मार्केट की कंपनी जो चाहे मुनाफे में हो चाहे और उनके कोई फायदे की न्यूज़ हो उसके बावजूद भी उनकी कीमत कई बार थोड़ी बहुत नीचे गिर जाती है। लेकिन धीरे-धीरे थोड़ा टाइम बाद जो बढ़िया कंपनी है जो फायदे में चल रही है जिनको लगातार आर्डर मिल रहे हैं उनके शेयर्स वापस बढ़ने शुरू हो जाते हैं और जो कंपनी घाटे में है या जिनका बिजनेस काफी गिरावट में है तो उनके शेयर्स धीरे-धीरे नीचे गिरना शुरू हो जाते हैं।
क्या शेयर बाजार एक जुआ है? kya share market jua hai
बहुत से लोग मानते हैं कि शेयर बाजार एक जुआ है क्योंकि जो अज्ञानतावश या एकदम से ज्यादा प्रॉफिट कमाने के चक्कर में बिना सोचे समझे शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर देते हैं. वह कभी ज्यादा प्रॉफिट कमा लेते हैं और कभी जबरदस्त नुकसान में चले जाते हैं तो उन्हें लगता है कि शेयर मार्केट एक जुआ है. लेकिन, असल में शेयर मार्केट एक बिजनेस है। और बिजनेस कोई भी हो चाहे सब्जी रेडी वाले का हो या बड़ी-बड़ी कंपनी फैक्टरीज का हो जो भी कंपनी बिजनेस में अच्छा प्रॉफिट कमाएगी उस कंपनी का शेयर बढ़ेंगे और जो कंपनी बिजनेस में फेल हो जाती है या घाटा उठाती है उन कंपनी का शेयर नीचे गिरते हैं शेयर मार्केट मैं किसी कंपनी के शेयर्स के प्राइस का ऊपर उठने या नीचे गिरने का यही एक मुख्य कारण है।
शेयर मार्केट में कम से कम कितना पैसा लगा सकते हैं?
वैसे तो शेयर मार्केट में आप कम से कम ₹100 भी इन्वेस्ट कर सकते हैं. लेकिन, इसकी एक लिमिट होती है। जितना कम पैसा होगा उतना कम प्रॉफिट होगा। थोड़े पैसे इन्वेस्ट करने से बहुत थोड़ा प्रॉफिट आएगा जितना की ब्रोकरेज और टैक्स में ही चला जाता है. अगर आप ₹100000 लगते हैं और सही तरीके से इन्वेस्ट करते हैं तो महीने के 2% मतलब ₹2000 निकाल सकते हैं। इसमें इन्वेस्ट करने के तरीकों से यह प्रॉफिट कम भी हो सकता है और दुगना या चार गुना भी हो सकता है।
शेयर मार्केट में जहां पर अपने पैसे दुगने चार गुना या 10 गुण बनाने के चांस होते हैं वहां पर प्रॉफिट या अपने मूल राशि बिल्कुल खत्म होने के होने के चांस भी होते हैं और जहां पर प्रॉफिट धीरे-धीरे होगा वहां पर मुनाफा भी धीरे-धीरे ही होगा। शेयर मार्केट में ₹50 के 5000 भी बनाए जा सकते हैं ।लेकिन वहां पर ₹50 के बिल्कुल खत्म होने के चांस भी बहुत से होते हैं और अगर आप ₹100000 से 1000 कमाना चाहते हैं तो वहां पर नुकसान होने के चांस बहुत कम होते हैं। इसलिए शेयर मार्केट में थोड़े पैसे इन्वेस्ट करने से फायदे होने के चांस बहुत कम होते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग कॉल और पुट
शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां पर आपका लगाया हुआ पैसा 1 मिनट एक घंटा एक दिन में ही 1 का ₹500 तक हो सकता है लेकिन इसमें नुकसान होने के चांस बहुत ज्यादा होते हैं. यहां फिर हो सकता है आप 1000 से 50,000 भी बना सकते हैं और अगर आपने 1000 लगाए हैं तो शाम होते-होते हो उनकी 0 भी हो सकती है. ऑप्शन ट्रेडिंग की ज्यादा जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है पूरी जानकारी- what is the Option Trading in hindi
शेयर बाजार में नुकसान कैसे होता है?
शेयर मार्केट में अगर हम बिना जानकारी लिए जल्दबाजी में या ज्यादा प्रॉफिट कमाने के चक्कर में पैसा इन्वेस्ट करते हैं तो शेयर बाजार में नुकसान हो जाता है। शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां पर बहुत ही सोच समझकर जो इन्वेस्ट करते हैं वही पैसा कमाते हैं।
शेयर मार्केट में नुकसान की भरपाई कैसे करें?
अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं और पहले से काफी नुकसान उठा चुके हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग और ऑप्शन ट्रेडिंग से बचें। शेयर डिलीवरी में खरीदे होल्डिंग में रखें। अपने प्रॉफिट का टारगेट रखें एक परसेंट दो परसेंट या 3% जब प्रॉफिट उतना आ जाए तो वह शेयर निकाल दें, फिर दोबारा से सर्च करें, बढ़िया कंपनी में इन्वेस्ट करें, उनके बारे में अच्छी तरह से जानकारी लेकर कंपनी का प्रॉफिट देखकर फिर इन्वेस्ट करें जो भी नुकसान हुआ है। धीरे-धीरे कवर करने की कोशिश करें।
शेयर बाजार गिरने का कारण क्या है?
शेयर बाजार गिरने के मुख्य कारणों में से अगर ग्लोबल मार्केट विश्व में कहीं भी युद्ध जैसी खबरें आती हो या कोई महामारी जैसे कुछ ही दिन पहले कोरोना के नए वेरिएंट के फैलने की खबर फैली थी ऐसी खबरों के कारण विश्व के और भारत के शेयर मार्केट में इन्वेस्ट किए हुए पैसे लोग जल्दी से जल्दी वापस निकालना चाहते हैं जितना पैसा शेयर मार्केट से एकदम से निकलेगा उतना ही शेयर मार्केट के एकदम से नीचे गिरने का चांस बन जाते हैं। बैंकों पर या कोई किसी प्रोडक्ट पर सरकार नया टैक्स लगा देती है या उन्हें कोई नई किसी तरह की छूट दे देती है उससे संबंधित सभी कंपनी के शेयर के अगर फेवर में न्यूज़ होती है तो उनके प्राइस बढ़ते हैं और अगर उनके फायदे की न्यूज़ नहीं होती है तो उनके शेयर की कीमत एकदम से गिरती है।
Disclaimer
Bharat Times पर दी गई जानकारी कोई भी निवेश सलाह नहीं है। शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।